जी हां, अगर आपके मन को शांति चाहिए तो आप भी हमारी तरह पांडिचेरी का टूर बना डालिए।नवरात्रि और दशहरे की छुट्टी हम किसी ज़माने में फ्रांस का हिस्सा रहे दक्षिणी भारत के पांडिचेरी में बिता रहे हैं। हमारी पांडिचेरी यात्रा का एक महत्वपूर्ण मक़सद अरविंद आश्रम और उससे जुड़े स्थानों को देखना और उन स्थलों की शांति को आत्मसात करना था।इसीलिए हमनें अपना होटल अरबिंद आश्रम के पास ही लिया है।यहां अरविंद आश्रम परिसर बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है।महर्षि अरविंद और मां की समाधि का स्थल सचमुच सिद्ध स्थल है।मां ने अरविंद की कल्पनाओं पर बसाये गये