"Ouch.....ouch....बहुत मारा साले ने अभी तक दर्द हो रहा है अविनाश बेड पे पेट के बल लेटा दर्द मैं कहता हुआ सामने निधि की तरफ देख रहा था। "ओर लड़, मना कर रही थी, लेकिन मेरी तो उस वक्त सुनी नहीं, अब ऐसे ही पड़ा रह'' निधि ने थोड़ी ऊंची आवाज़ में कहा और किताब में नज़र गड़ाये उसे पढ़ने लगी। "अरे यार.... जो हो गया वो हो गया, अब बहुत दर्द हो रहा है.. आआआह.... माँ..."अविनाश ने फ़िर से निधि की तरफ देखते हुए कहा।अविनाश की दर्द भरी आवाज सुन निधि के चेहरे पर हल्की सी परेशानी छा गई,उसने