मेरा पुनर्जन्म हुआ लेकिन बन गया कौआ!!! हम्म््् काश मैंने अपनो की बात मानी होती काश मैंने इस बारे में ठीक से सोचा होता.... मैं एक घोंसले में बैठे बैठे सोच रहा था रुको रुको रुको मैं एक घोंसले में क्या कर रहा हूँ?हाँ मैं पिछले जन्म में एक करूर निर्दयी सेठ था मैंने कभी किसी का भला नहीं चाहा | शायद इसी से परेशान होकर एक मजदूर ने मौका देखकर मुझे मार डाला | लेकिन मुझे अब पछतावा है मैं जान गया हूँ कि एक अच्छा इंसान ही सबके द्वारा पसन्द किया जाता है मुझे अब वही बनना है