गुरू और हिनल (जादुई कहनी) - 2

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इसके पार्ट1पढ़ने के बाद ही इसे पढ़ेंतभी समझ आयेगापार्ट1 में वो दादी की हाथ पकड़ कर अपने गले पे रख देती है और बोलती है मार दीजिए दादी वैसे भी मुझे नहीं जीना उस पापी पीता के हाथ से मरने से तो अच्छा है कि मैं आपकी हाथों से मर जाऊं। इतना सुनने के बाद दादी रो परती है और बोलती है हे भगवान ये कैसी तेरी लीला है दुश्मन की बेटी को मेरे हाथों से मरवाना चाहता है। दादी बोलती है बेटी इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है तुम्हारे पिता के किए का सजा देने वाला