हॉंटेल होन्टेड - भाग - 30

  • 7k
  • 3.5k

"आज मैंने पहली बार उसे इतने करीब से देखा, उसको छूते ही दिल को एक अलग ही बैचेनी महसूस हुई, ऐसा लग रहा था मानों कुदरत के दिए हुए कुछ लम्हो को मैने हाथ में बटोर लिया हो, जिंदगी के दिए गए उस एहसास को दिल से कभी नहीं मिटा पाऊंगा....कभी नहीं... "खाली पन्नो को श्रेयस अपनी याद से अपने दिल की सिहाई से भर रहा था। "मुझे याद है वो दिन, मेरे कॉलेज का पहला दिन, जिस दिन मुझे वो मिली थी, उसका चेहरा दिखा था, पहली बार दिल ने कुछ महसूस किया था, उस दिन मेरे दिल ने