लेखक: प्रफुल शाह खण्ड 47 सोमवार 07/02/2000 बेलसरे ने अमजद की पीठ पर हाथ फेरा, एक हाथ से उसकी ठुड्डी को पकड़कर चेहरा ऊपर किया, अमजद की घबराई हुई आंखों में अपनी आंखें डालकर, तेज आवाज में पूछा, “क्या रे, तेरा निकाह हो गया क्या?” अमजद ने अपना सिर दाएं-बाएं हिलाकर नहीं में जवाब दिया। “ठीक है, तो अब चल पुलिस स्टेशन, हम सब मिलकर तेरा मेकअप करते हैं...तेरा ये चेहरा इतना सुंदर बना देंगे कि तू खुद भी अपने आपको पहचान नहीं पाएगा...चलो बारात सजाओ रे...दुल्हे की बहन और जीजा को भी साथ ले चलो।” लोबो ने स्थानीय पुलिस