रोहन अब वहां अकेला रहता है। मोहिनी के जाने के बाद रोहन खुदको कमज़ोर महसूस करता है, वह वापस अपने घर की ओर चलता ही रहता है कि कुछ ही दूर पर वे सभी बदमाश गुंडे दिख जाते हैं , रोहन पहले तो खुद को उन गुंडों की नजरों से बचाता है और एक पेड़ के पीछे छुप जाता है। इधर मोहिनी परी अपने पारीलोक को काल परी से आजाद कराने केलिए परीलोक में प्रवेश करने की कोशिश करती है लेकिन वहां परीलोक के चारो तरफ एक बुराई की जादुई सुरक्षा कवच लगा होता है जिसे मोहिनी तोड़ नहीं पाती