मैं तो ओढ चुनरिया 47 इस तरह मेरी एम ए की पढाई का श्रीगणेश हो गया । इस बीच फूफाजी का खत आया कि स्नेह को एम ए में दाखिला दिला कर आपने अच्छा किया . मेरे भानजे ने भी कालेज में इवनिंग क्लास में एम ए इतिहास में दाखिला ले लिया है । पांच बजे दफ्तर से छूटता है तो साढे पांच बजे से कालेज जाता है । चलो दोनों की एम ए हो जाएगी । बाकी घर का काम अभी चल रहा है । तीन चार महीने अभी लगेंगे । पिताजी ने सुख की सांस