चांदनी रात आसमान में लाखों करोड़ों सितारे टिमटिमा रहे थे। बस कमी थी तो सिर्फ चांद की चांद बदलो के पीछे छिपा हुआ था। उस चांदनी रात में एक लड़की जो की हॉफ जींस और फुल स्लीव्स वाली वूलेन रंगीन स्वेटर पहनी हुई एक बड़े से तालाब के किनारे बनी सीढ़ियों पर बैठ कर रोए जा रही थी।और अपने हाथों से अपने आंसू पोंछ रही थी।उसे देख कर उस रात में ऐसा लग रहा था।जैसे मानो आज चांद जमी पर आकर बैठा हो।उसके आंखों से गिरते आंसू चांदनी रात में चमकीले मोती के जैसे प्रतित हो रहे थे। "ओह,, तो