वो माया है.... - 63

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(63) बद्रीनाथ विशाल को लेकर परेशान थे। घर आए तो उमा के बारे में यह खबर मिली। वह उमा के पास गए। उनके सर पर हाथ रखकर बोले,"उमा....हम विशाल से मिलकर आए हैं। वह ठीक है। तुम्हारा भेजा हुआ खाना भी खाया। तुम परेशान मत हो सब ठीक हो जाएगा।"उमा ने आँखें खोलीं। बद्रीनाथ को देखकर बोलीं,"माया आई थी। ज़ोर ज़ोर से हंस रही थी। उसे बहुत अच्छा लग रहा है यह सब करके। वह हमें कभी माफ नहीं करेगी।""उमा.... तुम परेशान मत हो। ऐसा कुछ नहीं है।""हमारी बात पर विश्वास कीजिए। वह मेरे सामने खड़ी थी। ज़ोर ज़ोर से