जब अंबेडकर बन गए पाकिस्तान की सम्विधान सभा के सदस्य - किस्मत इंसान को क्या क्या रंग दिखाती है। राजनीति और भी रंग दिखाती है। अंबेडकर राजनीति और किस्मत दोनो के बनाये अजीब हालात से गुजरना पड़ा।●●हुआ ये, कि 1946 में सम्विधान सभा के चुनाव होने थे। ये चुनाव प्रोविंशियल असेम्बली से होने थे। जैसे आजकल राज्यसभा के चुनाव होते हैं। विधायक वोट करते हैं। जैसे, यदि एक स्टेट में 100 विधायक हैं। और वहां से राज्यसभा ( इस केस में सम्विधान सभा) के 5 सदस्य चुने जाने है। तो 20 वोट जिसे मिले, वो चुन लिया जाएगा। अब किसी