विशाल, श्याम और शिव तीन दोस्त थे। उनकी दोस्ती ऐसी थी कि अगर तीनों में से कोई दिखेगा तो तीनों एक साथ दिखेंगे कुछ काम करेंगे तो तीनों एक साथ करेंगे उन तीनों की एक अलग दुनिया थी। कॉलेज की पढ़ाई, पढ़ाई से समय मिले तो कॉलेज कैंटीन,शाम को घूमना,आपस में खुलकर गप्प मारना बस यही थी उनकी जिंदगी।उन तीनों में प्यार इतना की कोई रांझा भी क्या किसी हीर से करेगा।तीनों में एक दूसरे की जान बसी थी।शिव उनमें कुछ अधिक होशियार था इसलिए पढ़ाई से संबंधित सारे काम वह करता था बाकी उन दोनों का दिमाग इन सब