(17) जल्दी जल्दी पूरी इमारत को सफाई हुई। फरामुज जी के सेक्रेटरी तथा आफिस के कर्मचारियों को फोन करके बुलवाया गया। फरामुज जी का जाती वकील भी आ गया। कागजों की अल्मारियाँ खुलवाई गई और फिर नीलम हाउस का कारोबार इस प्रकार आरम्भ हो गया जैसे वहां कुछ हुआ ही नहीं था। किसी के मन में भूत प्रेत का डर नहीं था—और इसका कारण विनोद का यह एलान था कि 'वह उस समय तक नीलम हाउस में स्थायी रूप से रहेगा जब तक नीलम हाउस के गिर्द फैलाये गये षड़टंत्रों का पता लगा कर वह अपराधियों के हाथों में हथकड़ियाँ