हैप्पी एंडिंग

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जीवन ज्योति  अनाथआश्रम  में  कल  दो और  बच्चों  को लाया गया।  डरी-सहमी छह  साल की बच्ची  से जब उसका नाम पूछा गया तो उसने कोई ज़वाब  नहीं दिया। फ़िर आठ साल के बच्चे से पूछा गया तो  वह भी कुछ नहीं बोला। अनाथआश्रम की मैनजमेंट कमेटी ने सभी को निर्देश दिए कि  दोनों  बच्चों  को कुछ समय दिया जाए।  अब दोनों  बच्चे एकसाथ गुमसुम बैठे रहते, हालाँकि  उनके खाने-पीने का पूरा ख़्याल  रखा जाता।  उन्हें दूसरे बच्चे अपने साथ खेलने के लिए  भी कहते, मगर  वह  सिर  हिलाकर मना कर देते । अब रमा देवी  जिनके ऊपर सभी बच्चों की