शाकुनपाॅंखी - 36 - मध्याह्न का समय

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53. मध्याह्न का समय दक्षिण बिहार के जंगलों, पहाड़ियों को पार करते हुए बख्तियार की खल्जी सेना भाग रही है । बख्तियार ने योजना बनाई कि पूरी सेना कई टोलियों में चले जिससे किसी को पता न चले कि सेना जा रही है। सभी के हौसले बुलन्द हैं अधिक सम्पत्ति मिलने की सम्भावना उनमें नया जोश भर रही है। घोड़ों को दौड़ाते, । लूट में अस्त्र खनकाते अश्वारोही भाग रहे हैं। नदी, नदिकाओं को पार करते हुए अश्वारोहियों की टोलियाँ कभी आगे, कभी पीछे हो जातीं। कभी सरपट भागते, कभी दुलकी चाल का आनन्द लेते । घुड़सवारों की दौड़ ।