(45) इंस्पेक्टर हरीश से हुई बहस के बाद अदीबा अब उसके पास नहीं जाना चाहती थी। लेकिन उसे दिशा के बारे में पता करना था। अखलाक उस पर ज़ोर डाल रहा था कि कोई और मीडिया वाला दिशा तक पहुँचे। उससे पहले वह उस तक पहुँच कर उसकी और पुष्कर की कहानी लोगों के सामने लाए। अदीबा खुद भी चाहती थी कि ताबीज़ वाली बात सामने लाकर जो बातें उसने शुरू की हैं उन्हें सही रास्ते पर ले जाए। इसका एक ही तरीका हो सकता था। वह पुष्कर और दिशा की सही कहानी लोगों के सामने लाए। इंस्पेक्टर हरीश से