पास में ही डॉक्टर एक मरीज को देख रहे होते है।जैसे ही वो उसे दावा देकर जाने वाले होते है।त्रिशा उनसे अपना पैर दिखाती है। डॉक्टर पास के चेयर पर त्रिशा को बैठने के लिए कहते है।त्रिशा वहा बैठ जाती है वही पास में अभय भी खड़ा होता है। डॉक्टर त्रिशा के पैर पर हल्के से दबा कर चेक करता है। तभी जहा ज्यादा चोट थी वहा डॉक्टर जैसे ही जोर से दबाते है त्रिशा के मुंह से आवाज निकल आती है।"आह,,, उम्म,,, त्रिशा पास में खड़े अभय के हाथ बहुत ही कस कर पकड लेती है। त्रिशा की आंख