काश्मिरी पंडित - भाग 2

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धीरज ने कश्मीर के इस यात्रा को बहुत सोच समझकर तैयार किया था। वह अपनी नववधू शालू के साथ हनीमून मनाने के लिए यहां आया था। उन्होंने सोचा था कि इस यात्रा से वह और शालू दोनों एक-दूसरे के करीब आएंगे और उनकी ज़िन्दगी का नया अध्याय शुरू होगा।धीरज: शालू, यह तो बहुत खुशी की बात है कि हम अपनी शादी के बाद काश्मीर जा रहे हैं। मुझे तो यकीन नहीं हो रहा है कि हम वाकई इस सुंदर जगह में होंगे।शालू: हाँ, धीरज, यह सच है। हमारी शादी के बाद कुछ दिनों के लिए यहां रहना एक सपने की