फिर से हमारे दूर होने का मजाक मत कीजिएगा वरना आस्था ने उसे धमकी देते हुए कहा और बदले में एकांश ने उसकी उन आंसुओं की बूंदों को अपने लबों से पीलिया और फिर एक बार उसकी नजर आस्था के होठों पर चली गई इससे पहले कि एकांश उन्हें अपने होठों में ले ले ले पाता दरवाजा किसी ने खटखटाया आस्था झट से उससे दूर हो गई कुंवर जी कौन आया होगा और और आप हमारे कमरे में क्यों साबर ले रहे थे अगर किसी को पता चल गया तो आस्था ने घबराते हुए कहा उसे इस बात का बिल्कुल