बिजली को लगभग पैंतीस मिनट का इंतज़ार करना पड़ा। जब मैडम आईं तो उन्होंने बिजली के अभिवादन का भी जवाब नहीं दिया और घर का दरवाज़ा खोल कर भीतर दाखिल हो गईं। लेकिन जैसे ही मैडम ने पलट कर बिजली से कहना चाहा कि वो पहले एक कप चाय बनाले, बिजली उनकी तरफ़ कातर दृष्टि से देखती हुई ज़ोर से रो पड़ी। हतप्रभ मैडम समझ गईं कि बिजली की पिछले दिनों अचानक अनुपस्थिति ज़रूर किसी ख़ास परेशानी की वजह से ही है और उनके तेवर तुरंत बदल गए। वो नेपकिन से मुंह पौंछते हुए बस इतना ही कह सकीं -