भूली बिसरी यादें

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बारात घर से निकलने के लिए पूरी तरह तैयार थी लेकिन बिना दूल्हे के घर से बारात कैसे निकाले इस बात की चिंता दूल्हे के पिता छत्रपाल को छोड़कर सबको थी।और छत्रपाल को दूल्हे को ढूंढने से ज्यादा यह चिंता सता रही थी कि कहीं कोई जलने वाला स्त्री पुरुष लड़की के पिता को फोन करके ना बता दे की जबरदस्ती शादी करवाने की वजह से उनका बेटा राम घर छोड़कर भाग गया है। छत्रपाल की यह चिंता ज्यादा बढ़ने से पहले ही छत्रपाल के वृद्ध पिता बैंड बाजे से ज्यादा तेज तेज चिल्ला चिल्ला कर कहने लगते हैं कि