कछुआ भी डरते हुए कहता है – "कहीं मेरी गैर हाजरी मैं तुम दोनो ने वो दरवाजा खोल तो नहीं दिया?" युग और अभिमन्यु कछुए की बात का कुछ जवाब नहीं दे रहे थे। वह दोनों एक दूसरे की तरफ घूर घूर के देख रहे थे। कछुआ डरते हुए कहता है – "क्या हुआ तुम ये एक दूसरे की सूरत क्यों देख रहे हो, मेरी बात का कुछ जवाब क्यों नहीं दे रहे हो, बताओ ना कहीं तुमने यक्षिणी जिस कमरे में कैद है उसे खोल तो नहीं दिया?" अभिमन्यु हिचकिचाते हुए कहता है – "यार