महाराणा संग्राम सिंह (12 अप्रैल, 1484 – 17 मार्च, 1527) (राज 1509-1528) उदयपुर में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा थे तथा राणा रायमल के सबसे छोटे पुत्र थे। राणा रायमल के तीनों पुत्रों (कुँवर पृथ्वीराज, जगमाल तथा राणा सांगा) में मेवाड़ के सिंहासन के लिए संघर्ष प्रारंभ हो जाता है। एक भविष्यकर्त्ता के अनुसार सांगा को मेवाड़ का शासक बताया गया था। ऐसी स्थिति में कुँवर पृथ्वीराज व जगमाल अपने भाई राणा सांगा को मौत के घाट उतारना चाहते थे, परंतु सांगा किसी प्रकार यहाँ से बचकर अजमेर पलायन कर जाते हैं, तब सन् 1509 में अजमेर के कर्मचंद पंवार