अतीत के पन्ने - भाग 39

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फिर दूसरे दिन सुबह आलेख बैठ कर चाय पीने लगा था फिर देखा पिया आ गई थी।आलेख ने कहा अरे पिया आज इतनी सुबह सुबह।।पिया ने कहा हां, क्या करूं तुमने तो मेरी जिंदगी बर्बाद कर दिया है ना।आलेख ने कहा पर हुआ क्या? जो तुमने चाहा वहीं तो किया मैंने,अब क्या मरने को कहोगी? उसके लिए भी तैयार हैं हम।।पिया ने कहा अरे नहीं नहीं ऐसा नहीं है पर मुझे तुम ही वो दे सकते हो जो चाहिए मैं और किसी के पास नहीं जा सकती।आलेख ने कहा अरे बाबा क्या चाहिए पैसे?पिया ने कहा देखो आलेख मुझे पता