यक्षिणी एक डायन - 9

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  युग और अभिमन्‍यु भागते-भागते ऊपर वाले कमरे की ओर जाने लग जाते है। जब वो कछुए के पास पहुँचते है तो देखते है कि कछुआ एक कमरे के सामने भूत बनकर खड़ा हुआ था जिसका दरवाजा लगा हुआ था। डर के कारण कछुए के हाथ पैर अभी भी कंपकंपा रहे थे उसको देखकर ऐसा लग रहा था जैसे उसने कोई भूत देख लिया हो।   अभिमन्‍यु फटाक से कछुए से पूछता है – "क्‍या हुआ कछुआ तू चीखा क्‍यों?"   कछुआ इतना डर गया था कि कुछ नहीं बोल पा रहा था उसकी आँखें अभी भी फटी की फटी