मुसाफ़िर जाएगा कहाँ?--भाग(२१)

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बंसी और बेला पहले रामस्वरूप जी के पास गए फिर रामस्वरूप जी उन्हें ठाकुराइन कौशकी जी के पास ले गए,तब कौशकी जी दोनों से बोलीं... तुम दोनों घबराओ नहीं! बेला को कुछ नहीं होगा,मैं लक्खा से बात करूँगीं , और फिर फिर ठकुराइन कौशकी जी ने लक्खा के घर किसी से संदेशा भिजवाया कि ठकुराइन जी ने तुझे फौरन शान्तिनिकेतन बुलवाया है,वें तुझसे कुछ जरूरी बात करना चाहतीं हैं,ठकुराइन जी के संदेश को लक्खा कभी नहीं टालता था इसलिए वो फौरन भागा भागा शान्तिनिकेतन पहुँचा और ठकुराइन जी के पास जाकर बोला.... मालकिन! आपने मुझे बुलवाया , हाँ! लक्खा! बहुत जरूरी काम