मुसाफ़िर जाएगा कहाँ?--भाग(१४)

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जब कृष्णराय जी दयाराम के पास पहुँचे तो दयाराम ने कृष्णराय जी से पूछा... कोई बात बनी हुजूर! , हाँ! रुकमनी बहनजी ने तो थोड़ी उम्मीद जगाई है,लेकिन कुछ समझ में नहीं आता कि क्या तरकीब निकालूँ साध्वी जी से मिलने की ,कृष्णराय जी बोलें..... हूजूर! आपके सभी काम सफल हो जाऐगें यदि आपने चन्द्रिका माई के दर्शन कर लिए तो ,दयाराम बोला... दयाराम! मैनें कहा ना मुझे इन सब पर भरोसा नहीं है ,कृष्णराय जी बोले... लेकिन मुझे उन पर पूरा भरोसा है ,वहाँ के दर्शन करने के बाद आपके सारे काम सफल हो जाऐगें,ये मेरा भरोसा कहता है,कम से कम मेरे भरोसे