लघुकथा क्रमांक 30जब जागो तभी सवेरा****************** विधानसभा चुनाव चल रहे थे। गाँव के चौपाल पर कुछ ग्रामीण जिनमें हर आयु वर्ग के लोग शामिल थे कल होनेवाले मतदान के लिए अपनी अपनी पसंद के उम्मीदवारों के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास कर रहे थे। कुछ युवाओं की बातें सुनने के बाद बुजुर्ग रामदीन बोले, "तुम लोग कुछ भी कह लो, मेरा वोट तो बाबू लालाराम को ही जाएगा।"" काहें, ताऊ ? कउनो वजह भी तो हो,उन्हें वोट देने की ?""अरे वजह काहें नाहीं है ? लालाराम अपनी बिरादरी के हैं।"" ताऊ ! इ चुनाव बढ़िया नेता चुनने के वास्ते