(23)अपनी बेटी दिशा की खबर सुनकर मनीषा कुछ पलों तक सन्न रह गई थीं। वह समझ नहीं पा रही थीं कि अचानक यह क्या हो गया ? कुछ देर पहले उन्होंने दिशा से बात की थी। उसने बताया था कि वह और पुष्कर घर आ रहे हैं। रास्ते में एक ढाबे पर चाय नाश्ते के लिए रुके हैं। वह बहुत खुश थीं। अपनी बेटी और दामाद के स्वागत की तैयारियां करने लगी थीं कि खबर मिली कि पुष्कर की लाश ढाबे के पास झाड़ियों के पीछे से मिली। दिशा की तबीयत खराब है। उसे वहीं पास के अस्पताल में भर्ती