अच्छा!तो ये बात है,स्टेशन मास्टर साहब बोलें... उस रात जब किशोर आपसे मिला था तो आपकी उसके साथ क्या क्या बातें हुई थीं?कृष्णराय जी ने पूछा। उनसे जो जो बातें हुई थीं उनका जिक्र तो मैं आपसे पहले ही कर चुका हूँ,स्टेशन मास्टर साहब बोले.... जी!तो क्या फिर मुझे उमरिया गाँव जाकर ही कुछ पता चलेगा?कृष्णराय जी बोलें... लेकिन इतने सालों बाद किसी को वहाँ किशोर बाबू याद होगें,स्टेशन मास्टर साहब ने पूछा.... जी!कोशिश तो करनी पड़ेगी उसे ढूढ़ने की,कृष्णराय जी बोलें.... ऐसे ही कृष्णराय जी और स्टेशन मास्टर साहब के बीच वार्तालाप चलता रहा,उस रेलवें स्टेशन से दो रेलगाड़ियाँ