फारौली गांव में 22 वर्षों में ऐसा नहीं हुआ था, कि किसी गरीब मां बाप की बेटी की शादी पैसों की कमी की वजह से ना हुई हो।गांव के गरीब परिवारो की बेटी के जन्म के बाद कम से कम बेटी की शादी की चिंता तो खत्म हो गई थी। जब भी किसी गरीब मां बाप की बेटी की शादी होती थी, तो गुप्त दान उस गरीब मां बाप के घर पहुंच जाता था और बिना पैसोंं की अड़चन के वह गरीब मां-बाप अपनी बेटी की शादी धूमधाम से कर देते थे।लेकिन पूरे गांव को आज तक यह नहीं पता