हमको यह मालूम नहीं था एक दिन हम पछताएंगे ! हम तो सोच रहे थे भैया अब अच्छे दिन आएंगे !! मुझको यह मालूम नहीं था, ऐसे भी दिन आएंगे ! सच्चाई पर चलते चलते, एक दिन हम पछताएंगे !! वह विचार वह संस्कार, जो बचपन ने मुझमें डाले ! वह तहजीबें है वह नसीहतें हम थे अंतर में पाले !! नहीं जानता था ये पांसे, यूँ उल्टे पड़ जाएंगे ~ हमतो सोच रहे थे भैया अब अच्छे दिन आएंगे! महंगाई कम हो जाएगी काला धन आ जाएगा ! हर एक घर से इक इक बच्चा, रोजगार