(19)कहानी सुनते हुए दिशा को लग रहा था कि उमा को उस समय अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए थी। हिम्मत करके बद्रीनाथ को समझाना चाहिए था कि अगर विशाल और माया की शादी करा दें तो सब ठीक हो जाएगा। लेकिन उनके चुप रहने का परिणाम आज विशाल भुगत रहा था। उसने कहा,"सोच रही हूँ तो अजीब लग रहा है। विशाल भइया के मामले में मम्मी कुछ नहीं बोलीं। पर तुम कह रहे थे कि हमारी शादी के लिए उन्होंने ही पापा को मनाया।""मुझे भी तब ऐसे ही आश्चर्य हुआ था। पर जल्दी ही समझ गया। उनकी चुप्पी से भइया की