सेलफोन की माया

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सेलफोन की माया यशवन्त कोठारी   सेलफोन की छोटी काया में बड़ी माया है। सेलफोन की छाया में बड़े-बड़े छुप गये हैं। वास्तव मंे सेलफोन बिन सब सून की स्थिति को समाज प्राप्त हो गया है। सेलफोन जिसके हाथ में नहीं है, उसके लिए यह संसार असार है। मिथ्या है माया जाल है। सेलफोन दुल्हन के पास है, दुल्हे के पास है । प्रेमी और प्रेमिका के पास है। श्मशान में भी लोग सेलफोन हाथ में लिए घूम रहे हैं। विधानसभा से लोकसभा तक सेलफोन छाया हुआ है। अध्यक्ष चिल्लाते रहते हैं और सदस्य सेलफोन सुनते रहते हैं। सेलफोन सुनने