विकलांगता......कोई अभिशाप नहीं

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जीवन में सुख और दुःख तो आते ही रहते है जैसे रात के बाद दिन और दिन के बाद फिर रात..... इसी तरह जीवन का हर क्षण बीतता है, इसी का नाम ही जिंदगी हैं | खुश रहो और खुशियां बांटो | जिन्दगी खुलकर जियो, अपने परिवार के साथ समय बिताओ अपनी हर बात को उनसे कहो, माता पिता का सम्मान और हमेशा एक आत्मविश्वास के साथ खुद से कहो कि मैं भी कर सकता हूं/सकती हूं | ऐसे अनेक लोगों की कहानियो को हम पढ़ते होगे और सुना भी होगा जो अपने शरीर की किसी भी परेशानी को बड़ा