बेतवा बहती रहीमैत्रेयी पुष्पा का नाम हिन्दी कथा साहित्य में आज की सर्वाधिक चर्चित लेखिका के रूप में लिया जाता है।उनकी कथायें गांव की सीधे-सहज सरल लोगों की कहानियाँ हैं, जिनके आस-पास आधुनिक परिवेश अपनी पूरी भयावहता और पूरी प्राण्वत्ता के साथ मौजूद रहता है। बड़े-बडे दावों और नये-बेतुके प्रयोगों से दूर रहकर वृन्दावन लाल वर्मा की कथ्य स्थली बुन्देलखण्ड को अपना सृजन परिवेश बनाने वाली कुशल चितेरी का नाम पाठकों को बांध लेने वाली सहज-सरल शैली और इन सृक्ष्य भावाभिव्यक्ति के लिये जाना जाने लगा है। ’बेतवा बहती रही’ उनका दूसरा उपन्यास हैं जो किताब घर दिल्ली ने छापा