अपना आकाश - 30 - तुम यहाँ कैसे आ गए विपिन ?

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अनुच्छेद- 30 तुम यहाँ कैसे आ गए विपिन ? माँ अंजलीधर की बैठक। कान्तिभाई, अंगद, तन्नी और विपिन सरकार बैठे विचार विनिमय कर रहे हैं। इन्हें बिठाकर वत्सला जी कालेज चली गई। आज छुट्टी का दिन था पर बहिन जी ने इण्टर की लड़कियों को पढ़ाने के लिए बुला लिया था। माँ जी स्नान कर रही हैं। 'मानवाधिकार आयोग ने भँवरी के प्रार्थना पत्र पर कार्यवाही प्रारम्भ कर दी है। कोतवाल वंशीधर को भी नोटिस भेजी गई है। बृजलाल के शपथ-पत्र को आयोग ने गम्भीरता से लिया है।' कान्तिभाई बताते रहे। विपिन ने जानकारी को नोट करते हुए कहा, 'मैं