(10)कमरे में शांति थी। सिर्फ नीचे से पाठ की आवाज़ें आ रही थीं। पुष्कर जैसे अभी भी अतीत में मोहित के साथ था। दिशा आगे की कहानी जानना चाहती थी। पर पुष्कर को उसकी यादों से बाहर लाने की हिम्मत नहीं कर पा रही थी। कुछ क्षणों में पुष्कर ने दिशा की तरफ देखा। वह अब वर्तमान में आ गया था। उसने आगे कहा,"मैं मोहित को कितना चाहता था इस बात का एहसास उसके जाने के बाद अधिक हुआ। ऐसा लगा था जैसे कि सबकुछ छिन गया है। मैं सारा दिन घर में पड़ा रोता रहता था। स्कूल भी नहीं