श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णनवैसे तो भाईजी श्रीकृष्णकी बाल लीलाओं का वर्णन कई बार अपने प्रवचनोंमें करते थे पर कुछ भावुक जनोंका आग्रह था कि इन लीलाओं का विस्तृत वर्णन हो। यह आग्रह कई वर्षो तक चलता रहा पर ऐसे सुअवसर की प्रतीक्षा ही होती रही। अन्तत्वोगत्वा मार्गशीर्ष सं० 2016 (दिसम्बर 1959) से लगभग एक महीने तक नित्य प्रातः दो घण्टे भाईजी ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का विस्तृत वर्णन करना स्वीकार किया । दूर-दूर स्थानों से भावुक - जन, जो इसकी प्रतीक्षा कर रहे थे, गोरखपुरमें एकत्रित हो गये। विभिन्न टीकाओं के आधारपर श्रीमद्भागवत के दशम स्कन्ध के