मैं पापन ऐसी जली--भाग(१६)

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कुछ ही देर में दोनों मंदिर पहुँच गए और सरगम ने मंदिर के भीतर जाते समय अपने सिर पर पल्लू ले लिया फिर दोनों मंदिर के भीतर पहुँचकर पूजा करने लगे,पूजा करने के बाद सरगम आँखें बंद करके और हाथ जोड़कर भगवान से कुछ प्रार्थना करने लगी तो आदेश ने फौरन ही पूजा की थाली से सिन्दूर उठाकर उसकी माँग में भर दिया,आदेश की इस हरकत पर सरगम ने फौरन आँखें खोलीं और आदेश से बोली.... "ये आपने क्या किया आदेश जी?" तब आदेश बोला.... "जब हम दिल से एक दूसरे को अपना मान ही बैठें हैं तो इस प्रेम