(7)किशोरी के खाना खा लेने के बाद बद्रीनाथ और उमा ने भी अपना व्रत तोड़ा। इससे तनाव कुछ कम हुआ। विशाल पुष्कर को बुलाकर लाया। उससे कहा कि वह अपना और दिशा का खाना ले जाए। पुष्कर दोनों थालियां लेकर ऊपर चला गया। विशाल ने खाना खाया और तालाब तक टहलने चला गया।नीलम खाना खाकर आराम करने लगीं। सुनंदा के जाने के बाद से उनका मन यहाँ बिल्कुल नहीं लग रहा था। उन्होंने अपने घर फोन करके कह दिया था कि जितनी जल्दी हो सके आकर ले जाएं।बद्रीनाथ, उमा और किशोरी बैठक में बातें कर रहे थे। किशोरी बोलीं,"भाई हमने