(5)आंगन में कई लोग थे पर एकदम शांति थी। उमा को अपनी बेबसी में जब कुछ समझ नहीं आया तो रोने लगीं। उनके रोने से चिढ़कर बद्रीनाथ चिल्लाए,"अब क्यों रो रही हो ? जब जिज्जी ने मना किया था तब तुम हमारे पीछे पड़ गई थीं। कह रही थीं कि बड़ी मुश्किल से घर में खुशियां आ रही हैं। अगर हम नहीं माने तो वह भी चली जाएंगी। देख लिया क्या खुशियां आई हैं इस घर में।"पुष्कर ने कहा,"पापा इसमें मम्मी की कोई गलती नहीं है। कितने सालों से देख रहा हूँ कि एक वहम को पकड़ कर रखा है