5 (तलाक) शीला के जाने के बाद मोहन जैसे दुख के समुद्र में डूब गया | उसकी की जिंदगी पूरी तरह तबाह हो चुकी थी | उसके पास कुछ नहीं बचा था | उसका परिवार पूरी तरह उजड़ चुका था | वह इस ब्ड़ी दुनिया में नितांत अकेला था | उसका दिन तो जैसे तैसे गुजर जाता था किन्तु रात में उसका दुख कई गुना बढ़ जाता था | वह अपने मासूम बच्चे को याद करके रात भर रोया करता था| उसका गम बांटने वाला अब कोई बचा नहीं था| उसे अपनी करनी पर भारी पश्चाताप हो रहा था |