रणधीर का संयुक्त परिवार गांव में सबसे बड़ा था। उसके परिवार में माता पिता अपनी छोटी बहन के अलावा दादा दादी ताऊ ताई उनके दो बेटे चाचा चाची उनका एक बेटा था। इतना बड़ा परिवार गांव के मकान में बड़ी दिक्कतों से रहता था, इसलिए उसका पूरा परिवार मिलकर फैसला करता है, कि अपने खेत में बड़ा सा मकान बनाकर सब उसमें एक साथ रहेंगे। रणधीर शहर में पढ़ाई कर रहा था। लेकिन वह पढ़ लिख कर नौकरी नहीं करना चाहता था क्योंकि गांव में उसकी जमीन जा जात बहुत और आसपास के गांव में किसी के पास इतनी खेती