उस रात के बाद सरगम और आदेश में फिर से सुलह हो गई और फिर से वें एकदूसरे के संग पहले की तरह ही व्यवहार करने लगे,सरगम ने तो आदेश की बातों पर पूरी तरह से भरोसा कर लिया था लेकिन आदेश के मन में तो कुछ और ही चल रहा था,उसे तो बस सरगम से उस रात उसके गाल पर पड़े थप्पड़ का बदला लेना था,उसने तो सरगम से कभी प्यार किया ही नहीं था,लड़कियों को अपने झूठे प्यार के जाल में फँसाकर उनकी जिन्दगी से खिलवाड़ करना ये ही तो उसका शौक था,उसका मानना था कि अपनी दौलत