"कोई तो बात जरूर है भानू!तभी तो तू उनके आने पर इतना चहक रही थी,",सरगम ने पूछा.... "ना!दीदी!ऐसा कुछ नहीं है",भानू बोली... "ऐसा कुछ नहीं है......,मैं नहीं मानती,कुछ तो है मोहतरमा!बात क्या है बतानी तो पड़ेगी ही ?"सरगम ने आँखें मटकाते हुए पूछा... "दीदी!तुम गलत समझ रही हो",भानू बोली.... "मैं बिल्कुल सही समझ रहीं हूँ,तू कमल बाबू को पसंद करती है ना!",सरगम ने पूछा... सरगम का सवाल सुनकर पहले तो भानू शरमाई और फिर बोलीं... "हाँ!दीदी!वें मुझे अच्छे लगते हैं" "कब से चल रहा है ये चक्कर"?,सरगम ने पूछा.... तब भानू बोली.... "आदेश भइया और कमलकान्त तो बहुत समय से