रंगमंच - भारतीय व विदेशी संदर्भ 1 शैलेंद्र बुधौलिया 'रंगमंच ' क्या है ?श्री भरत मुनि प्रणीत नाट्य शास्त्र में नाट्य शब्द का प्रयोग और व्यवहार बहुत ही व्यापक अर्थ में हुआ है ।इसकी अपनी मर्यादा और विशेष अर्थ गौरव है।' रंगमंच' से तात्पर्य केवल नाटक या रंग से नहीं है, बल्कि इसके अंतर्गत नाटक, रंग, वास्तु, अभिनय, रस, छंद ,नृत्य, संगीत, अलंकार, वेशभूषा, रंग शिल्प, उपस्थापना, पात्र और दर्शक समाज सब है। पाश्चात्य साहित्य में 'थियेटर' शब्द का व्यवहार किया जाता है ., वहां थिएटर के अंतर्गत नाट्य साहित्य, प्रस्तुतीकरण, अभिनय, उपर₹ स्थापन, रंग शिल्प, रंग भवन, रंगशाला और