दतिया गौरव गान

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दतिया गौरव गान   (1)   सुनो सुनों दतिया का गौरव गान सुनो, इसमें बसता सच्चा हिन्दुस्तान सुनो यहां सिंघ की निर्मल धारा नित कल कल करती है ये सनक, सनंदन, सनत् सनातन की पावन धरती है सर्पदंश से मुक्ति दिलाती यहां रतन गड माता और पहूज के पावन जल से चर्मरोग मिट जाता बालाजी की महिमा बड़ी महान सुनो.. सुनो सुनों दतिया का गौरव गान सुनो, (2)   सुनो सुनो दतिया का ........  यहां वीर हरदौल ने मर कर बहिन को भात दिया है  कुदउसिंह ने बजा पखावज जग में नाम किया है अक्षरानन्य, रसनिधी, गदाधर, एनसाई पद्माकर वासुदेव,