एक कहानी ऐसी भी - भाग 4

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जैसे  की  आपने  देखा  की  अनुज  के  माता - पिता  अंदर  से  टूट  चुके  थे  | ठीक  उसी  तरह  जिस  तरह  सालों  पहले  सुनैना  के  माता - पिता  की  हालत  थी  | समय  आज  वही  पे  आके  खड़ा  था  | मात्र  व्यक्ति  का  परिवर्तन  हुआ  है  |   सब  लोगों ने  पूरी  रात  यही  चिंता  मे  बितादी  की  | सुबह  क्या  होगा  |   सुबह  होते  ही  राकेश  जि  अस्पताल  को  निकल  गए  | वहा  जाके  प्रेम  से  सब  कुछ  पूछताछ  की  | पूछताछ  करने  पर  पता  चला  की  | पूरी  रात  अनुज  सोया  ही  हुआ  था  | उसने  अपना