नोट= कहानी अश्लील नहीं है, सम्पूर्ण कहानी पढ़कर ही अपना निर्णय बनाए.... 'माँ, मैं अनीता के साथ कपड़े लेने जा रही हूँ।' मोनिकाने अपनी मां से कहा।'ठीक है, लेकिन जल्दी वापस आ जाना।' मोनिका की मां ने जाने की इजाजत देते हुए कहा। 'ठीक है माँ।' यह कहकर मोनिका अनीता के साथ कपड़े लेने निकली। शाम सात बजे मोनिका कपड़े लेकर घर वापस आई। उसने एक एक करके अपने सारे कपड़े पहनकर अपनी माँ को दिखाना शुरू कर दिया। 'अरे.. यह ड्रेस फटी हुई है, बिना देखे ही उठा ले आई, इसे कहाँ से लाई थी?' 'माँ मैं ये मानसी